Thursday, January 27, 2011

ॐ सांई राम!!!

मेरा हर एक आँसू सांई तुझे ही पुकारे है ,
मेरी पहुँच तुझ तक सिर्फ आँसुओं के सहारे है,
जब आप की याद सांई सही न जाए
आप को सामने न पा कर दिल मेरा घबराए है ,
तब ज़ुबा, हाथ , पांव सब बेबस होते है ,
इन्ही का काम सांई आँसू कर देते है,
ये आप तक तो नहीं पहुँते पर फिर भी ,
इस तङप को कुछ शांत कर देते है ,
जब तक ये बहते है सांई आँखे बंद रहती है ,
बंद आँखे ही सांई मुझे आप से मिलाती है ,
बह बह कर सांई जब ये थक जाते है ,
कुछ समय सांस लेने खुद ही रूक जाते है ,
पर आप की याद कभी नहीं थकती है,
बिना रूके सदा मेरी सांसों के साथ ही चलती है ,
मुझे मंज़ूर है ये सौदा आप यूँ ही याद आते रहिए,
आँसूओं के सहारे ही सही मेरे नैनों में समाते रहिए~~~


जय सांई राम!!!
OM SRI SAI NATHAYA NAMAH. Dear Visitor, Please Join our Forum and be a part of Sai Family to share your experiences & Sai Leelas with the whole world. JAI SAI RAM

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