Monday, October 31, 2011

ॐ सांई राम!!!

वही सूरत वही मूरत ~
क्या रूप सलौना मेरे साईं का~
हर बार वही गजब~
हर बार मेरे दिल में ~
तुझे देखने के बाद वही तड़प ~
कितना सुन्दर रूप है तेरा~
भोली सी सूरत~
चौड़ा सा माथा~
लंबी सी अंगुलियाँ प्यारे हाथ~
इन हाथों में कैसी बरकत ~
जिस सिर पर आ जाए एक बार~

भर जाता उस का भंडार ~
धन का भडारं तो सब भर देते~
ये भरते मन का भंडार ~
इन हाथों का अजब करिश्मा ~
मैं जो महसूस करती हर बार ~
जब ये मुझको छू जाते ~
आँखों में भर जाता नीर ~
रूह तक काँप उठती मेरी ~
बस में नहीं रहता मेरा शरीर ~
यूँ लगता सब कुछ मिल गया ~
मिट जाती मन की हर पीर ~~~

जय सांई राम!!!
OM SRI SAI NATHAYA NAMAH. Dear Visitor, Please Join our Forum and be a part of Sai Family to share your experiences & Sai Leelas with the whole world. JAI SAI RAM

Visit Our Spiritual Forum & Join the Ever growing Sai Family !
http://www.sai-ka-aangan.org/

Member of Sai Web Directory

Sai Wallpapers
Powered by WebRing.