ॐ सांई राम~~~
खाली झोली खाली हाथ , कुछ नहीं है मेरे पास ,
आँखो में कुछ आँसू लिए , मैं तेरे द्वारे आई हूँ ,
अर्पण करने को तुझे , मैं कुछ भी तो नहीं लाई हूँ ,
तन में कोई जोर नहीं , पर मन में प्यास जगी है ,
इन सूनी आँखों में दर्शन की प्यास जगी है ,
इक बार तू आ जा इक झलक दिखा ,
इस प्यासे मन की प्यास बुझा !!!
जय सांई राम~~~