ॐ साईं राम!!!
कुछ हटकर, अलग से ख्याल~~~
कैसी ये ज़िन्दगी जीते है हम ???
जो भी है हमारे पास क्यों लगता है कम???
बचपन में बड़े होने के सपने~
बुडापे पे संजोय यादों को अपने~
पल में अपने और पल में पराये हो जाते है हम~
बीते हुए कल को भूल , आने वाले कल में जाना चाहते है हम...!!!
घर है तो बंगले में रहने की आस है~
और , और , और से और जीवन में पाना,बस यही ही है हमारी परिभाषा !!!
आगे बड़ते रहने की अब आदत से हो गई है हम को~
पहचान सबसे ऊँची , ऊँचे शिखर पे जमाने की अभिलाषा है अब !!!
मुझे समझ न आता....
पैसा, शौहरत , रुतबा.................क्या अब इन्ही का राज है?????
मैं हूँ कौन जो दुनिया को ये समझाऊ ....
क्या इससे ऊपर भी कुछ आज है??????????
बस इतनी मैं हूँ , दुआ करती साईं से.....
न सच होगा साईं नए सपने में भी ऐसा...
इस ज़हा में बस , अब साईं की ही होगी,
इक सुन्दर सी मूरत ...
जो पहने होगी ...........
प्रेम की कुर्ता और अपनो का चोगा.........!!!!
जय साईं राम!!!
Saturday, March 20, 2010
कुछ हटकर, अलग से ख्याल~~~
ॐ सांई राम!!!
कुछ हटकर, अलग से ख्याल~~~
ओ मेरे सांई ~~~ओ मेरे बाबा~~~ बङा खिलाङी तू,
जान के अंजान बनता तू,
जब मैं आना चाहती तुझ तक,
कही भी फसा देता तू,
कभी रिश्ते कभी बच्चों में,
फिर ममता में डाल देता तू,
दूर बैठा सब देखे तमाशा,
कितना मज़ा है लेता तू,
तू कहता तू हर पल साथ है,
फिर कैसे रोते देखता तू,
जब मैं छटपटाती तो सामने क्यों नहीं आता है,
तभी तो कहती हूँ तू बङा खिलाङी,
क्या क्या नाच नचवाता है~~~
आ जाओं सांई आ जाओं प्रेम सुधा बरसा जाओं~~~
जय सांई राम!!!
कुछ हटकर, अलग से ख्याल~~~
ओ मेरे सांई ~~~ओ मेरे बाबा~~~ बङा खिलाङी तू,
जान के अंजान बनता तू,
जब मैं आना चाहती तुझ तक,
कही भी फसा देता तू,
कभी रिश्ते कभी बच्चों में,
फिर ममता में डाल देता तू,
दूर बैठा सब देखे तमाशा,
कितना मज़ा है लेता तू,
तू कहता तू हर पल साथ है,
फिर कैसे रोते देखता तू,
जब मैं छटपटाती तो सामने क्यों नहीं आता है,
तभी तो कहती हूँ तू बङा खिलाङी,
क्या क्या नाच नचवाता है~~~
आ जाओं सांई आ जाओं प्रेम सुधा बरसा जाओं~~~
जय सांई राम!!!
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कुछ हटकर अलग से ख्याल
मेरे साईं मेरे बाबा ~~~
ॐ साईं राम!!!
कुछ लोग कैसे होते है,लगते तो है आम इंसान
पर कमाल की ताकत रखते है,या जादूगर वो होते है,
कर के रखते आँखे बंद,पर अंदर तक पढ़ लेते है,
हम तो खुद को नहीं जान पाते,वो दुनिया को समझ लेते है,
चाहे कुछ भी मन में हो,कभी नहीं वो जताते है,
कितनी भी इच्छाएँ हो,पर उन्हें दबाएं जाते है,
दिल में हो लाखों तूफान,पर कितने शांत वो रहते है,
दूसरों का दुख हरे ,इसी में सुख वो पाते है,
यही लोग है जो सच में,जीवन सार्थक बनाते है,
बिना कोई तपस्या किये,परमेश्वर को पा जाते है~~~
बाबा~~~काश~~~~
जय साईं राम!!!
मेरा जी चाहता है साईं
ओम साईं राम
मेरा जी चाहता है साईं
मेरे इस चंचल से मन में
नन्ही सी जागी अभिलाषा
प्रकट दर्शन पाऊं साईं का
रह ना जाए मन ये प्यासा
वो जो मेरे मन के अंदर
बैठा रहता बाहर ना आता
कभी निकल कर बाहर आए
व्याकुल मन अब रह नहीं पाता
बार बार खुद को समझाऊं
सब जीवों मे दर्शन पाऊं
झाकूं भीतर अपने मन के
पर ये प्यासे नैना तन के
बिलख बिलख कर रह जाते हैं
विनती अपनी कह जाते हैं
एक बार बस एक बार तो
सन्मुख आकर मुझे तार दो
मेरा तुमसे है ये वादा
मांगूगी ना इससे ज्यादा
दर्शन तेरा प्यारा प्यारा
नैनों मे भर लूंगी सारा
और चाहिए क्या जीवन से
प्राण जुदा हो जाएं तन से
उससे पहले झलक दिखा दो
प्यासे मन की प्यास बुझा दो
~Sai Sewika
जय साईं राम
मेरा जी चाहता है साईं
मेरे इस चंचल से मन में
नन्ही सी जागी अभिलाषा
प्रकट दर्शन पाऊं साईं का
रह ना जाए मन ये प्यासा
वो जो मेरे मन के अंदर
बैठा रहता बाहर ना आता
कभी निकल कर बाहर आए
व्याकुल मन अब रह नहीं पाता
बार बार खुद को समझाऊं
सब जीवों मे दर्शन पाऊं
झाकूं भीतर अपने मन के
पर ये प्यासे नैना तन के
बिलख बिलख कर रह जाते हैं
विनती अपनी कह जाते हैं
एक बार बस एक बार तो
सन्मुख आकर मुझे तार दो
मेरा तुमसे है ये वादा
मांगूगी ना इससे ज्यादा
दर्शन तेरा प्यारा प्यारा
नैनों मे भर लूंगी सारा
और चाहिए क्या जीवन से
प्राण जुदा हो जाएं तन से
उससे पहले झलक दिखा दो
प्यासे मन की प्यास बुझा दो
~Sai Sewika
जय साईं राम
Thursday, March 11, 2010
सपने की सीख
ॐ साईं राम
सपने की सीख
कल रात सपने में देखी
साईं लीला न्यारी
साईं माँ के घर जनमी मैं
बनके बेटी प्यारी
साईं माँ की गोदी में मैं
निश्चित पडी थी सोती
पल भर भी मैया जाती तो
सुबक सुबक मैं रोती
मेरे दिन और रात जुडे थे
साईं माँ के साथ
उन्हें काम करने ना देती
थामे रहती हाथ
साईं मैया जी ने सोचा
इसका एक उपाय
मुझे ले बाज़ार गईं और
खिलौने कई दिलाए
काठ की सखियाँ,काठ के साथी
नन्हें बरतन, चूल्हा,
छोटी प्यारी सुन्दर चीज़ें
काठ का सुन्दर दूल्हा
साईं मैया लगी काम में
यूँ मुझको बहला कर
मैं भी उनसे लगी खेलने
भूली माँ का आँचल
इतने में मेरी आँख खुल गई
सपना मेरा टूटा
सुन्दर खेल खिलौने और
साईं माँ का आँचल छूटा
उठ कर देखा ठीक सामने
बाबा को बैठा पाया
श्री चरणों में झुक कर मैंने
श्रद्धा से शीश नवाया
उत्साहित हो नाथ को मैंने
अद्भुत स्वप्न सुनाया
श्री मुख से तब बाबा जी ने
ये मधुर वचन फरमाया
क्या अर्थ है स्वप्न का आओ
मैं तुमको समझाता हूँ
बद्ध जीव और जीवन का मैं
सार तुम्हें समझाता हूँ
याद है तुमको स्वप्न में मैंने
खिलौने कई दिलाए थे
कैसे तुमको उलझाने को
माया जाल फैलाए थे
तुम भी उनको पा कर कैसे
फूली नहीं समाई थी
खेल खिलौनों में तुम डूबी
याद ना मेरी आई थी
ऐसे इस दुनिया में आकर
जीव भूलते हैं मुझको
मैं जो रचता माया उसमें
उलझा लेते हैं खुद को
सोने के पिंजरे में पँछी
सुख सुविधा को पा कर के
खुद को ना वो बद्ध समझता
दाना दुनका खा कर के
ऐसे जब तक मोक्ष की इच्छा
मन में किसी के जागे ना
बँधन को बँधन ना समझे
मोह माया से भागे ना
तब तक इस दुनिया में उसका
आना जाना होता है
ऐसे जनम जनम तक प्राणी
मानव देह को ढोता है
बाबा बोले - तुम पर है
तुम इसको जैसा भी मानो
माया में ही खुश रह लो
या फिर इसको बँधन जानो
पर अन्ततः आत्म मिलेगा
परमात्मा से आकर
जैसे नदिया बह कर मिलती
महा समुद्र में जाकर
ये कह कर बाबा जी प्यारे
मँद मँद मुस्काए
सपना दिखला कर माया के
सभी भेद समझाए
जय साईं राम
सपने की सीख
कल रात सपने में देखी
साईं लीला न्यारी
साईं माँ के घर जनमी मैं
बनके बेटी प्यारी
साईं माँ की गोदी में मैं
निश्चित पडी थी सोती
पल भर भी मैया जाती तो
सुबक सुबक मैं रोती
मेरे दिन और रात जुडे थे
साईं माँ के साथ
उन्हें काम करने ना देती
थामे रहती हाथ
साईं मैया जी ने सोचा
इसका एक उपाय
मुझे ले बाज़ार गईं और
खिलौने कई दिलाए
काठ की सखियाँ,काठ के साथी
नन्हें बरतन, चूल्हा,
छोटी प्यारी सुन्दर चीज़ें
काठ का सुन्दर दूल्हा
साईं मैया लगी काम में
यूँ मुझको बहला कर
मैं भी उनसे लगी खेलने
भूली माँ का आँचल
इतने में मेरी आँख खुल गई
सपना मेरा टूटा
सुन्दर खेल खिलौने और
साईं माँ का आँचल छूटा
उठ कर देखा ठीक सामने
बाबा को बैठा पाया
श्री चरणों में झुक कर मैंने
श्रद्धा से शीश नवाया
उत्साहित हो नाथ को मैंने
अद्भुत स्वप्न सुनाया
श्री मुख से तब बाबा जी ने
ये मधुर वचन फरमाया
क्या अर्थ है स्वप्न का आओ
मैं तुमको समझाता हूँ
बद्ध जीव और जीवन का मैं
सार तुम्हें समझाता हूँ
याद है तुमको स्वप्न में मैंने
खिलौने कई दिलाए थे
कैसे तुमको उलझाने को
माया जाल फैलाए थे
तुम भी उनको पा कर कैसे
फूली नहीं समाई थी
खेल खिलौनों में तुम डूबी
याद ना मेरी आई थी
ऐसे इस दुनिया में आकर
जीव भूलते हैं मुझको
मैं जो रचता माया उसमें
उलझा लेते हैं खुद को
सोने के पिंजरे में पँछी
सुख सुविधा को पा कर के
खुद को ना वो बद्ध समझता
दाना दुनका खा कर के
ऐसे जब तक मोक्ष की इच्छा
मन में किसी के जागे ना
बँधन को बँधन ना समझे
मोह माया से भागे ना
तब तक इस दुनिया में उसका
आना जाना होता है
ऐसे जनम जनम तक प्राणी
मानव देह को ढोता है
बाबा बोले - तुम पर है
तुम इसको जैसा भी मानो
माया में ही खुश रह लो
या फिर इसको बँधन जानो
पर अन्ततः आत्म मिलेगा
परमात्मा से आकर
जैसे नदिया बह कर मिलती
महा समुद्र में जाकर
ये कह कर बाबा जी प्यारे
मँद मँद मुस्काए
सपना दिखला कर माया के
सभी भेद समझाए
जय साईं राम
Sunday, March 7, 2010
~~~Start Your Day With SAI Naam Jaap~~~
|| Om Shri Sainathaya Namah ||

Sai Sai Sai Sai Sai Sai Sai Sai Sai Sai Sai
Friday, March 5, 2010
काश अगर साईं होता ऐसा
ॐ साईं राम
काश अगर साईं होता ऐसा
काश अगर साईं होता ऐसा
मन अभिलाषी सोचे जैसा
आ जाते तुम मेरे द्वारे
दर्शन पाती तेरे प्यारे
निरख निरख तुझको ना थकती
अखियाँ रहती टुक टुक तकती
कभी देखती घर मैं अपना
सच है या कोई है सपना
हाथ पकड तुम्हें भीतर लाती
सुख आसन पर तुम्हें बैठाती
श्री चरणों को धो कर देवा
पाँव दाब कर करती सेवा
फिर पूजा का थाल सजाती
चँदन धूप दिया और बाती
अक्षत, कुमकुम, सुँदर हार
बडे यतन से कर तैय्यार
करती पूजा बडे भाव से
नैवेद्य बनाती अति चाव से
सांजा, उपमा, खीर और खिचडी
छाछ, भात और पूरन पोली
जो व्यँजन मेरे देव को भाते
पलक झपकते वो बन जाते
फिर मैं तुमको भोग लगाती
बडे प्रेम से तुम्हें खिलाती
लौंग, इलायची, पान सुपारी
अर्पण करती तुम्हें मुरारी
तकिये पर कुहनी को टेक
कहते सब का मालिक एक
श्री मुख से शुभ वचन सुनाते
देवा अध लेटे हो जाते
पलकें दिखतीं थोडी भारी
निद्रा की होती तैय्यारी
फिर मैं कहती देवा मेरे
विश्राम करो अब भक्त के डेरे
शेज आरती गाकर स्वामी
तुम्हें सुलाती अँतरयामी
अहो भाग्य मेरा ये होता
जग का स्वामी सुख से सोता
काश अगर कहीं ऐसा होता
काश अगर कभी ऐसा होता
~Sai Sewika
जय साईं राम
काश अगर साईं होता ऐसा
काश अगर साईं होता ऐसा
मन अभिलाषी सोचे जैसा
आ जाते तुम मेरे द्वारे
दर्शन पाती तेरे प्यारे
निरख निरख तुझको ना थकती
अखियाँ रहती टुक टुक तकती
कभी देखती घर मैं अपना
सच है या कोई है सपना
हाथ पकड तुम्हें भीतर लाती
सुख आसन पर तुम्हें बैठाती
श्री चरणों को धो कर देवा
पाँव दाब कर करती सेवा
फिर पूजा का थाल सजाती
चँदन धूप दिया और बाती
अक्षत, कुमकुम, सुँदर हार
बडे यतन से कर तैय्यार
करती पूजा बडे भाव से
नैवेद्य बनाती अति चाव से
सांजा, उपमा, खीर और खिचडी
छाछ, भात और पूरन पोली
जो व्यँजन मेरे देव को भाते
पलक झपकते वो बन जाते
फिर मैं तुमको भोग लगाती
बडे प्रेम से तुम्हें खिलाती
लौंग, इलायची, पान सुपारी
अर्पण करती तुम्हें मुरारी
तकिये पर कुहनी को टेक
कहते सब का मालिक एक
श्री मुख से शुभ वचन सुनाते
देवा अध लेटे हो जाते
पलकें दिखतीं थोडी भारी
निद्रा की होती तैय्यारी
फिर मैं कहती देवा मेरे
विश्राम करो अब भक्त के डेरे
शेज आरती गाकर स्वामी
तुम्हें सुलाती अँतरयामी
अहो भाग्य मेरा ये होता
जग का स्वामी सुख से सोता
काश अगर कहीं ऐसा होता
काश अगर कभी ऐसा होता
~Sai Sewika
जय साईं राम
Monday, March 1, 2010
प्रणाम मेरे बाबा~~~होली मुबारक बाबा~~~
|| Om Shri Sainathaya Namah ||

प्रणाम मेरे बाबा~~~होली मुबारक बाबा~~~
तेरे चरणों की धूल बाबा
मेरे लिए चंदन गुलाल बने~~~~
जिसने लगाई मस्तक,
उसकी तकदीर बनी~~~
मेरे सांई परिवार को होली की शुभ कामनाएँ~~~~
Jai Sai Ram!!!
तेरे चरणों की धूल बाबा
मेरे लिए चंदन गुलाल बने~~~~
जिसने लगाई मस्तक,
उसकी तकदीर बनी~~~
मेरे सांई परिवार को होली की शुभ कामनाएँ~~~~
Jai Sai Ram!!!
Wishing you a Happy Holi ~~~रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.~~~
Om Sai Ram!!!
Wishing you a Happy Holi ~~~रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें~~~

साईं के रंग में ,
साईं के रंग में ,
आज रंगाओं ,
आज रंगाओं ,
साईं के रंग में आज रंगाओं ,
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
खेलन दे, होली खेलन दे ~खेलन दे, होली खेलन दे ~
खेलन दे, होली खेलन दे ~खेलन दे, होली खेलन दे ~
साईं के रंग में ,
साईं के रंग में ,
आज रंगाओं ,
आज रंगाओं ,
साईं के रंग में आज रंगाओं ,
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
होली है.....................होली है................
मेरे सांई परिवार को होली की शुभ कामनाएँ~~~~
Jai Sai Ram!!!
Wishing you a Happy Holi ~~~रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें~~~

साईं के रंग में ,
साईं के रंग में ,
आज रंगाओं ,
आज रंगाओं ,
साईं के रंग में आज रंगाओं ,
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
खेलन दे, होली खेलन दे ~खेलन दे, होली खेलन दे ~
खेलन दे, होली खेलन दे ~खेलन दे, होली खेलन दे ~
साईं के रंग में ,
साईं के रंग में ,
आज रंगाओं ,
आज रंगाओं ,
साईं के रंग में आज रंगाओं ,
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
अपनी चुनर सारी रात होरी खेलन दे ~
होली है.....................होली है................
मेरे सांई परिवार को होली की शुभ कामनाएँ~~~~
Jai Sai Ram!!!
Wishing you a Happy Holi ~~~रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.~~~
Wishing you a Happy Holi ~~~रंगोत्सव की हार्दिक शुभकामनायें.~~~


A VERY HAPPPY BLESSED PROSPEROUS FULFILLING SAFE COLORFUL & SAI MAYE HOLI!!
TO
SAI BABA & SAI KA AANGAN FAMILY!!

A BIGG THANKS & CONGRATULATIONS
TO ALL
SAI KA AANGANIANS
for
MAKING AANGAN SO COLORFUL BRIGHT HAPPY BLESSED WITH YOUR PRESENCE!!!

SAI rang range SAI preet jage
SAI ke rangon se aap sab range
Holi kheleSAI ke sange
jivan ho aapka rangon se geela
Ho chehra aapka yoon laal peela hara aur neela
ki aapko dekh ke log bole ayela!!
ho aapka jivan khusiyon se sajeela
aesi ho SAI ki sundur leela
jivan se mite aapke sare sikhve aur gile
aaj ke din apno se gale mile
manayenge sab ye rangon ka tyohaar aaj aur kal
hum toh manate hai SAI AANGAN mien rangon ka tyohaar har pal!!!!

HOLI HAI !!!!!!!!!!!!!!

NJOY!!!&MORE NYOY!!!

A VERY HAPPPY BLESSED PROSPEROUS FULFILLING SAFE COLORFUL & SAI MAYE HOLI!!
TO
SAI BABA & SAI KA AANGAN FAMILY!!
A BIGG THANKS & CONGRATULATIONS
TO ALL
SAI KA AANGANIANS
for
MAKING AANGAN SO COLORFUL BRIGHT HAPPY BLESSED WITH YOUR PRESENCE!!!
SAI rang range SAI preet jage
SAI ke rangon se aap sab range
Holi kheleSAI ke sange
jivan ho aapka rangon se geela
Ho chehra aapka yoon laal peela hara aur neela
ki aapko dekh ke log bole ayela!!
ho aapka jivan khusiyon se sajeela
aesi ho SAI ki sundur leela
jivan se mite aapke sare sikhve aur gile
aaj ke din apno se gale mile
manayenge sab ye rangon ka tyohaar aaj aur kal
hum toh manate hai SAI AANGAN mien rangon ka tyohaar har pal!!!!
HOLI HAI !!!!!!!!!!!!!!
NJOY!!!&MORE NYOY!!!
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