ॐ साईं राम
साईं गुणसमूह गुणगान॰॰॰॰॰॰
साईं सदगुरू तेरी शरण
परम मोक्ष का द्वार
तेरे दर पर जो झुका
हो गया भव से पार
साईं तुम पारस हो-
सुर सम तेरा रूप है
पारस सम व्यवहार
तपे स्वर्ण सा हो गया
जो आया तेरे द्वार
साईं तुम रँगरेज़ हो-
साईं तू रँगरेज है
देता तन मन रँग
चढ़े रँग जो प्रेम का
होवे नहीं अभँग
साईं तुम चँदन हो-
चन्दन सम सुवास तेरी
फैल रही चहुँ ओर
मँत्र मुग्ध हों ले सभी
शुभ चरणों की ठौर
साईं तुम प्रियतम हो-
तू तो प्रियतम प्यारा है
सबसे करता प्रीत
जिसने प्रेम से नाम लिया
हो गया उसका मीत
साईं तुम सगे सँबँधी हो-
तू है बन्धु और सखा
हे साईं अभिराम
मात पिता सम रूप तेरा
तू सदगुरू सुजान
साईं तुम ज्ञान स्वरूप हो-
साईं ज्ञान स्वरूप है
अखण्ड ज्योति प्रकाश
सकल सृष्टि का ज्ञाता तू
भू, पाताल, आकाश
साईं तुम सुख स्वरूप हो-
साईं तू सुखरूप है
पाप ताप से दूर
मुख मण्डल पर दमक रहा
सूर्य तेज का पूर
साईं तुम लीलाधर हो-
साईं लीलाधर बड़ा
अद्भुत तव अवतार
चमत्कार करके किया
भक्तों का उपकार
क्या क्या तेरे गुण गहूँ
क्या मेरी औकात
तू तो सँत बेअँत है
सारे जग का नाथ
स्वीकारो मम नमन देव
धरो शीश पर हस्त
तेरे लीला गान में
रहूँ सदा मैं मस्त
जय साईं राम
साईं गुणसमूह गुणगान॰॰॰॰॰॰
साईं सदगुरू तेरी शरण
परम मोक्ष का द्वार
तेरे दर पर जो झुका
हो गया भव से पार
साईं तुम पारस हो-
सुर सम तेरा रूप है
पारस सम व्यवहार
तपे स्वर्ण सा हो गया
जो आया तेरे द्वार
साईं तुम रँगरेज़ हो-
साईं तू रँगरेज है
देता तन मन रँग
चढ़े रँग जो प्रेम का
होवे नहीं अभँग
साईं तुम चँदन हो-
चन्दन सम सुवास तेरी
फैल रही चहुँ ओर
मँत्र मुग्ध हों ले सभी
शुभ चरणों की ठौर
साईं तुम प्रियतम हो-
तू तो प्रियतम प्यारा है
सबसे करता प्रीत
जिसने प्रेम से नाम लिया
हो गया उसका मीत
साईं तुम सगे सँबँधी हो-
तू है बन्धु और सखा
हे साईं अभिराम
मात पिता सम रूप तेरा
तू सदगुरू सुजान
साईं तुम ज्ञान स्वरूप हो-
साईं ज्ञान स्वरूप है
अखण्ड ज्योति प्रकाश
सकल सृष्टि का ज्ञाता तू
भू, पाताल, आकाश
साईं तुम सुख स्वरूप हो-
साईं तू सुखरूप है
पाप ताप से दूर
मुख मण्डल पर दमक रहा
सूर्य तेज का पूर
साईं तुम लीलाधर हो-
साईं लीलाधर बड़ा
अद्भुत तव अवतार
चमत्कार करके किया
भक्तों का उपकार
क्या क्या तेरे गुण गहूँ
क्या मेरी औकात
तू तो सँत बेअँत है
सारे जग का नाथ
स्वीकारो मम नमन देव
धरो शीश पर हस्त
तेरे लीला गान में
रहूँ सदा मैं मस्त
जय साईं राम