ॐ साईं राम
बाबा जी के भक्त -४ ( भागो जी शिंदे )
भागो जी शिंदे नामक
बाबा के इक भक्त थे
देवा के सँग साया बन कर
वो रहते हर वक्त थे
बाह्य दृष्टि से देखो तो वो
लगते थे दुर्भागी से
तन की पीडा घोर सही थी
कुष्ठ रोग की व्याधि से
महारोग से पीडित थे वो
जर्जर उनकी काया थी
लेकिन उन पर साईं नाथ के
वरद हस्त की छाया थी
उनका कोई महापुण्य ही
जीवन मे सन्मुख आया
इसीलिेए तो भागो जी ने
साईं का सँग था पाया
बाबा के प्रधान सेवक थे
हर दम साथ रहते थे
साईं नाथ का प्रेम और क्रोध
सम रह कर वो सहते थे
साँयकाल में बाबा जी जब
लेण्डी बाग को जाते थे
भागो छाता ताने चलते
फूले नहीं समाते थे
एक बार जब साईं नाथ ने
नन्हा शिशु बचाने को
अपना हाथ आग में डाला
परम कृपा बरसाने को
तब सेवा का अवसर पाया
भागो जी के जागे भाग
तेल लगा कर पट्टी करते
देवा का वो थामें हाथ
अँत समय तक चली ये सेवा
साईं ने ना मना किया
ले कर सेवा भागो जी की
उनको आशिर्वाद दिया
भागो जी के पुण्य जागे
जब साईं के साथ हुए
पाप सब कट गए उनके
भागो जी कृतार्थ हुए
धन्य धन्य हे साईं देव
भक्त की पीडा हरने वाले
धन्य धन्य हे भक्त महान
सब कुछ अर्पण करने वाले
~ Sai Sewika
जय साईं राम