ॐ सांई राम~~~
कैसे सुकून पाऊं तुम्हे देखने के बाद,
अब क्या हाल सुनाऊं तुम्हे देखने के बाद,
चारों तरफ ही मेरे सांई है,
किस तरफ सिर झुकाऊं तुम्हे देखने के बाद,
अब जो ये सिर झुका है तेरे चरणों में,
कैसे सिर उठाऊं तुम्हे देखने के बाद,
आँखों में भरी है मस्ती तेरे प्यार की,
अब किससे नज़रे मिलाऊं तुझे देखने के बाद.....
जय सांई राम~~~