ॐ सांई राम~~~
तू ही मेरा सुखमणी, तूही मेरा चिंतामणी,
तू ही मेरी अम्रतधारा,तू ही मेरा सदा रखवाला,
तू ही मेरा सब कुछ,तू ही मेरा प्रतिपाला,
तेरे सिवा नहीं सूझे और,कहाँ जाऊं नहीं कोई ठौर,
कहीं और सिर मेरा झुकता नहीं,दिल कहीं मेरा ठुकता नहीं,
पर यहाँ झुकने से रूकता नहीं,तू मुझे सम्भाल पकङ मेरी बाँह,
तू ही मेरी ठौर तू ही मेरी थाह,मर कर कहाँ जाना है क्या जांनू,
जीते जी हे सांई मैं तेरे सिवा कुछ और न मांनू~~~
जय सांई राम~~~