ॐ सांई राम!!!
आप पास रहते हो मेरे,
या दूर हो मुझसे,
पर क्या फर्क पङता है,
सांई , आप दिल में मेरे हर दम है,
जब से देखा है आप को सांई,
आँखों में मेरी सुरूर सा रहता है ।
कोई भाता नहीं मुझको,
यूँ लगता सब झूठा नाता है ।
तेरी सच्चाई के आगे सांई,
बाकी सब झूठ नज़र आता है ।
आप पास नहीं हो मेरे फिर भी,
हर पल क्यों इतना प्यार आता है~~~
जय सांई राम!!!