ॐ साईं राम~~~
मेरा हर एक आँसू साईं तुझे ही पुकारे है
मेरी पहुँच तुझ तक सिर्फ इन आँसुओं के सहारे है,
जब आप की याद साईं सही न जाए
आप को सामने न पा कर दिल मेरा घबराए,
तब जुबा,हाथ,पाव सब बेबस होते है
इन्ही का काम साईं आँसू कर देते है,
ये आप तक तो नहीं पहुँचते पर फिर भी
इस तङप को कुछ शांत कर देते है,
जब तक ये बहते है साईं आँखे बंद रहती है
बंद आँखे ही साईं मुझे आप से मिलाती है,
बह बह कर साईं जब ये थक जाते
कुछ समय सांस लेने खुद ही रूक जाते,
पर आप की याद कभी नहीं थकती है
बिना रूके सदा मेरी सांसों के साथ ही चलती है,
मुझे मंज़ूर है ये सौदा आप यूँ ही याद आते रहिए
आँसूओं के सहारे ही सही मेरे नैनों में समाते रहिए~~~
जय साईं राम~~~