Tuesday, March 10, 2009

ॐ सांई राम~~~

एक अजीब सी खामोशी है,
जिसमें छिपा एक स्वर है ।

एक अजीब सी उदासी है ,
जिसमें छिपी एक मुस्कान है ।

एक अजीब सी रात्रि है ,
जिसमे छिपा एक उजाला है ।

एक अजीब सा डर है,
जिसमें छिपी निडरता है ।

एक अजीब सा सूखा है ,
जिसमें छिपी एक बरसात है ।

एक अजीब सा झूठ है ,
जिसमें छिपा एक सत्य है ।

एक अजीब सा परोक्ष है,
जिसमें छिपा एक प्रत्यक्ष है ।

एक अजीब सी मृत्यु है,
जिसमें छिपा एक जीवन है ।

इसी का नाम है ज़िंदगी,
जिसमें छिपे है कई रहस्य।

जिसकी खोज में अग्रसर है हर जन ,
जिसको जीने में तत्पर है हर जन ,
जिसको पाने में सक्षम है हर तन ,
जिसको खरीदने में तुच्छ है हर धन ।

जय सांई राम~~~
OM SRI SAI NATHAYA NAMAH. Dear Visitor, Please Join our Forum and be a part of Sai Family to share your experiences & Sai Leelas with the whole world. JAI SAI RAM

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