ॐ सांई राम~~~
ज़िंदगी~~~
ज़िंदगी वह है जो पल पल जीना सिखाए,
ज़िंदगी वह है जो गिरते हुए को उठाए,
जो हंसाए भी रूलाए भी
परन्तु हर कदम पर आगे बढ़ना सिखाए,
ज़िंदगी वो नहीं जीते जो मायूस हो जाएं
अरे ज़िंदगी तो वो जीते हैं,
जो मुसीबतों को ठोकर मार आगे बढ़ते जाए ।
ज़िंदगी में सुख है तो दुःख भी ।
ज़िंदगी अगर प्यार है तो तलवार भी।
ज़िंदगी वह है जो भटके हुए
दिलों को सही राह पर लाए।
रे इंसान अगर ज़िंदगी का पूरा आनंद नहीं लिया--
तो इस बात का भी गम न तुझे सताए~~~
जय सांई राम~~~