साईं नाम को हृदय में धर ले~
राह मुक्ति की निशिचित कर ले~
वो त्रिकालदर्शी सब जाने~
जाने न कोई भी बन्दा
और न ही संसार~~
बस ,
तू अपना कर्म करता चला जा~
साईं नाम का श्रवण करता चला जा~~
राह मुक्ति की निशिचित कर ले~
वो त्रिकालदर्शी सब जाने~
जाने न कोई भी बन्दा
और न ही संसार~~
बस ,
तू अपना कर्म करता चला जा~
साईं नाम का श्रवण करता चला जा~~