ॐ साईं राम!!!
भला मंज़ूर है अपना तो~
कर खिदमत फकीरों की~
वैसे तो किसी के पास~
समय तो मरने को भी नहीं~
हो किस्मत तेरी जो मिलें फकीर कोई~
न गवानां उस पल को~
मिले इक पल जो ही~
ज़िंदगी यूं ही न रुल जाए~
न मिला जो फकीर कोई~~
जय साईं राम!!!
भला मंज़ूर है अपना तो~
कर खिदमत फकीरों की~
वैसे तो किसी के पास~
समय तो मरने को भी नहीं~
हो किस्मत तेरी जो मिलें फकीर कोई~
न गवानां उस पल को~
मिले इक पल जो ही~
ज़िंदगी यूं ही न रुल जाए~
न मिला जो फकीर कोई~~
जय साईं राम!!!