ॐ साईं राम
आभार
हाथ जोड कर नमन करें
देवा बारम्बार
साईं नाम धन दान दे
किया परम उपकार
व्यक्त करें आभार हम
चरणों में धर शीश
धन्य धन्य चाकर हुए
पाकर तुम सा ईश
कुकर्मों से मुक्त किया
काटे सारे बन्ध
दुर्गुण अवगुण मेट कर
पापाग्नि की मँद
श्रद्दा और सबूरी का
देकर अनुपम ज्ञान
करी प्रकाशित आत्मा
साईं नाथ भगवान
अपने प्यारे भक्तों के
सारे दोष निवार
भक्ति पथ का पथिक बना
कृपा करी अवतार
कृतज्ञ रहें उस नाथ के
जो परम मोक्ष का द्वार
जिसका लक्ष्य एक था
भक्तों का उद्धार
अनुग्रहीत हमको किया
देव पकड कर हाथ
धन्यवाद करते तेरा
चरणों पर रख माथ
जन्म जन्म तक ऋणी रहें
माने तव उपकार
नख से शिख कृतार्थ हम
तेरे अपरम्पार
शुक्रगुज़ार रहें सदा
श्रद्धा मन में धार
रोम रोम इस काया का
व्यक्त करे आभार
जय साईं राम
आभार
हाथ जोड कर नमन करें
देवा बारम्बार
साईं नाम धन दान दे
किया परम उपकार
व्यक्त करें आभार हम
चरणों में धर शीश
धन्य धन्य चाकर हुए
पाकर तुम सा ईश
कुकर्मों से मुक्त किया
काटे सारे बन्ध
दुर्गुण अवगुण मेट कर
पापाग्नि की मँद
श्रद्दा और सबूरी का
देकर अनुपम ज्ञान
करी प्रकाशित आत्मा
साईं नाथ भगवान
अपने प्यारे भक्तों के
सारे दोष निवार
भक्ति पथ का पथिक बना
कृपा करी अवतार
कृतज्ञ रहें उस नाथ के
जो परम मोक्ष का द्वार
जिसका लक्ष्य एक था
भक्तों का उद्धार
अनुग्रहीत हमको किया
देव पकड कर हाथ
धन्यवाद करते तेरा
चरणों पर रख माथ
जन्म जन्म तक ऋणी रहें
माने तव उपकार
नख से शिख कृतार्थ हम
तेरे अपरम्पार
शुक्रगुज़ार रहें सदा
श्रद्धा मन में धार
रोम रोम इस काया का
व्यक्त करे आभार
जय साईं राम