ॐ सांई राम!!!
रे मन, इस संसार में हर कोई खफा खफा है~
हर किसी के दिल में ,किसी बात का गिला है~~
आँखें बुझी-बुझी सी है , लब सूने से पङे है~
बस जी रहे है ऐसे जैसे कोई सज़ा है !!!
जय सांई राम्!!!
रे मन, इस संसार में हर कोई खफा खफा है~
हर किसी के दिल में ,किसी बात का गिला है~~
आँखें बुझी-बुझी सी है , लब सूने से पङे है~
बस जी रहे है ऐसे जैसे कोई सज़ा है !!!
जय सांई राम्!!!