ॐ साईं राम!!!
मैंने सुना है कि बोले हुए शब्दों के दांत नहीं होते..........
लेकिन महसूस तो ये किया है कि ये बोले हुए शब्द काट जरुर लेते है.....
और जब ये काट लेते है तो इनके ज़ख्म ज़िंदगी भर नहीं भरते..!!!
जय साईं राम!!!
मैंने सुना है कि बोले हुए शब्दों के दांत नहीं होते..........
लेकिन महसूस तो ये किया है कि ये बोले हुए शब्द काट जरुर लेते है.....
और जब ये काट लेते है तो इनके ज़ख्म ज़िंदगी भर नहीं भरते..!!!
जय साईं राम!!!