ॐ सांई राम!!!
पानी से दीये जलाने वाले~~~
सांई समान कोई और न दूजा।
हर जन करता उनकी पूजा।
बाबा जिन्हें शिरडी हैं बुलाते।
उनके सब पाप-संताप मिटाते।
सांई के बस में है सकल संसार।
वे ही है शरणागत के प्राणाधार।
मनमोहक है मेरे सांई का रूप।
हो जैसे दिन भर की सुहानी धूप।
जो ह्रदय से सांई नाम ध्याये।
वह मनवांछित सुख-संपदा पाए।
शामा को सर्पदंश से बचाने वाले।
और पानी से दीये जलाने वाले।
जिन की उदी करती जन-कल्याण।
ऐसे सांई को मेरे कोटिश प्राणाम~~~
~~सतपाल मल्होत्रा
जय सांई राम!!!