ओम साईं राम
तो साईं मिलेंगे
नीयत हो अच्छी
कमाई हो सच्ची
तो साईं मिलेंगे
मन में उमंग हो
दरस की तरंग हो
तो साईं मिलेंगे
मुख पर जाप हो
ह्रदय नाम व्याप हो
तो साईं मिलेंगे
करुणा का भाव हो
धर्म का मार्ग हो
तो साईं मिलेंगे
दया हो, धृत्ति हो
सत्कार्य की वृत्ति हो
तो साईं मिलेंगे
हरिजन से भी प्यार हो
भेदभाव ना स्वीकार हो
तो साईं मिलेंगे
प्रेम का सागर हो
बुद्दि उजागर हो
तो साईं मिलेंगे
दिशा का ग्यान हो
मार्ग की पहचान हो
तो साईं मिलेंगे
सुख दुख में सम भाव हो
घमंड का अभाव हो
तो साईं मिलेंगे
हर हाल में आनंद हो
ह्र्दय में परमानन्द हो
तो साईं मिलेंगे
दर्द से नाता हो
याद वो विधाता हो
तो साईं मिलेंगे
~ Sai Sewika
जय साईं राम