ॐ साईं राम
साईं तेरी प्यारी आँखें
साईं तेरी प्यारी आँखें
सब दुनिया से न्यारी आँखें
झील से भी गहरी आँखें
भक्त जनों की प्रहरी आँखें
करूणा रस छलकाती आँखें
प्रेम गंग बरसाती आँखें
ममता भरी भरी सी आँखें
सुन्दर और चमकीली आँखें
दुख से बोझिल होती आँखें
भक्तों के सँग रोती आँखें
प्रेम पगी मुस्काती आँखें
अँदर तक धँस जाती आँखें
चुप रह कर भी बोलें आँखें
अमृत रस सा घोलें आँखें
देखें सबको हर पल आँखें
गँगा जल सी निर्मल आँखें
~Sai Sewika
जय साईं राम