ॐ सांई राम!!!
फूल भरे है दामन दामन~
लेकिन वीरान गुलशन गुलशन~
अक्ल की बातें करने वाले~
क्या समझेगे दिल की धड़कन~
कौन किसी के दुःख का साथी~
आपने आसू अपना दामन~
सांई,तेरा दामन छोडू कैसे~
मेरी दुनिया तो बस तेरा दामन~~~
जय सांई राम!!!
फूल भरे है दामन दामन~
लेकिन वीरान गुलशन गुलशन~
अक्ल की बातें करने वाले~
क्या समझेगे दिल की धड़कन~
कौन किसी के दुःख का साथी~
आपने आसू अपना दामन~
सांई,तेरा दामन छोडू कैसे~
मेरी दुनिया तो बस तेरा दामन~~~
जय सांई राम!!!