ॐ सांई राम!!!
ये ठोकरे बहुत कुछ सिखा देती है~~~बाबा के ओर करीब ला देती है~~~ इनका हर पल शुक्रिया~~~
मुझको राह दिखाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
मुझे सांई से मिलाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
सोई को जगाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
असलियत बताने वाले ओ प्यारी ठोकरो~
दुनिया का रूप दिखाने वाले ओ प्यारी ठोकरो~
मुझे पक्का करने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
धन्यवाद तुम्हारा है ओ प्यारी ठोकरो~
तुम न होती तो मैं कैसे पाती ये राह,
मुझ अंधी की कौन पकङता बाँह,
सब से दूर करके तुमने,
मुझे मेरे सांई के पास किया,
ओ प्यारी ठोकरो तुम्हारा,
हर पल शुक्रिया~~~
जय सांई राम!!!
ये ठोकरे बहुत कुछ सिखा देती है~~~बाबा के ओर करीब ला देती है~~~ इनका हर पल शुक्रिया~~~
मुझको राह दिखाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
मुझे सांई से मिलाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
सोई को जगाने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
असलियत बताने वाले ओ प्यारी ठोकरो~
दुनिया का रूप दिखाने वाले ओ प्यारी ठोकरो~
मुझे पक्का करने वाली ओ प्यारी ठोकरो~
धन्यवाद तुम्हारा है ओ प्यारी ठोकरो~
तुम न होती तो मैं कैसे पाती ये राह,
मुझ अंधी की कौन पकङता बाँह,
सब से दूर करके तुमने,
मुझे मेरे सांई के पास किया,
ओ प्यारी ठोकरो तुम्हारा,
हर पल शुक्रिया~~~
जय सांई राम!!!