ॐ साईं राम !!!
मेरे साईं मेरे बाबा ~~~
तेरा मेरा कैसा नाता है ,
मुझे समझ नहीं आता है,
दूर रहूँ तो मिलना चाहूँ ,
जब मिलूं तो कुछ कह न पाऊं ,
कभी हंसू तो कभी चुप रकना चाहूँ ,
दिल व्याकुल हो जब मेरा ,
तभी दौड़ कर आना चाहूँ ,
दिल चाहे तूं कभी न रूठे ,
पर जो रूठे तो मैं ही मनाऊं ~~~
जय साईं राम!!!