Om Sai Ram!!!
आज सूरज भी कुछ ज़्यादा ही दमकता है~
लगता है बाबा के मुख से इसने कुछ नूर चुराया है~~
आज फूलों की पंखुडियां हैं और भी कोमल~
लगता है बाबा ने इन्हें प्यार से सहलाया है ~~
Jai Sai Ram!!!
आज सूरज भी कुछ ज़्यादा ही दमकता है~
लगता है बाबा के मुख से इसने कुछ नूर चुराया है~~
आज फूलों की पंखुडियां हैं और भी कोमल~
लगता है बाबा ने इन्हें प्यार से सहलाया है ~~
Jai Sai Ram!!!