ॐ सांई राम~~~
सांई तेरी कृपा बरसी जो दर तेरा मिल गया,
तेरा दर क्या मिला सांई,
दरवाज़ा स्वर्ग का खुल गया,
कृपा ये तेरी है सांई,
वरना इस काबिल मैं थी कहां,
स्वर्ग होता सब से सुंदर,
लोग करते ऐसा बयां,
मेरा दिल बस यही पुकारें,
कि तेरे दर जैसा होगा स्वर्ग कहां,
होगा तो रहे वो सब से सुंदर,
पर मुझे नहीं जाना वहां,
तेरा दर ना छोङू भले छोङू सारा जहाँ~~~
जय सांई राम~~~