Wednesday, May 27, 2009

सांई राम!!!

राह पे लाया सांई~~~

राह पे लाया है तो मंज़िल भी दिखाना सांई,
कश्ती में बिठाया है तो साहिल भी दिखाना सांई~

पतझङ हो या बहार सब तेरी ही कृपा है,
बाग लगाया है तो काटों से भी बचाना सांई~

अंधेरे हो या उजाले क्या फर्क पङता है,
दीप दिल में तेरे प्यार का ही जलाना सांई~

वक्त लगेगा सांई जन्मों के पाप है,
अभी तो गिर गिर के ही मुझको संभलना है सांई~

मज़बूरियां इतनी बङा सांई कि दर्द बन जाए,
मुश्किल हो जाए जिनकी दवा फिर ढूढना सांई~

तेरी यादों को सीने से लगाएं बैठे है सांई,
फिर भी कहता है अभी और तुझको है आजमाना सांई~

मोहब्बत की है तुझसे कोई गुनाह नहीं सांई,
होगा मुश्किल तुझे भी कोई हम सा ढूढ पाना सांई~

हर घङी हर पल तूँ साथ रहता है सांई,
मुश्किल इस अहसास को लफ्ज़ों में बताना है सांई~

बनेगी बिगङी सब की ये वो दर है सांई,
आसान नहीं तेरे जैसा मसीहा ढूढ पाना मेरे सांई~

~सांईसुधा

जय सांई राम!!!
OM SRI SAI NATHAYA NAMAH. Dear Visitor, Please Join our Forum and be a part of Sai Family to share your experiences & Sai Leelas with the whole world. JAI SAI RAM

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