ॐ सांई राम!!!
तुझे याद करना सांई~~~
तुझे याद करना हो जाए मेरी तकदीर सांई,
तुहे याद आ पाऊं दे मुझे ऐसी कोई तदबीर सांई~
बांध ले जो तुझे अपने प्यार में सांई,
दे मुझे भी कोई ऐसी जंज़ीर सांई~
बदल सकता है तूँ मेरे कर्मों का लेखा,
दे मुझे भी बदलकर मेरी माथे की लकीर सांई~
कब से बैठे है लेकर अपने घर का सामान,
दे मुझे भी अपने दिल की थोङी सी जागीर सांई~
मेरे सांई तो पल पल की खबर रखता है,
किस बात पर है तूँ फिर इतना गंभीर सांई~
जो सब के दुखों को अपना बना लेता है,
दे मुझे भी मिला ऐसे ही किसी फकीर से सांई~
~सांईसुधा
जय सांई राम!!!