ॐ साईं राम~~~
ओ मेरे बाबा!!!
ओ मेरे साईं!!!
तुम कैसे हो?
क्या जैसे मैं सोचूं,
क्या तुम वैसे हो??
भोली सूरत,प्यारी आँखें,चौङा माथा,गहरी बाते,
इक बार साईं तुम आ ही जाओ,
हल्की सी झलक दिखा ही जाओ,
अब, मेरे मन के संशय मिटा ही जाओ~~~
कब मिलोंगे बतलाओं न?
इक बार तो आ जाओ न~~~~
जय साईं राम~~~