ॐ सांई राम !!!
तम्मना यही है कि तम्मना पूरी ना हो
जो पूरी हो वो तम्मना नहीं,
इन आँखों में रहे प्यास सदा तेरे दीदार की
ये प्यास कभी पूरी ना हो,
दिल तङपे सदा तेरे लिए
पर तुझे मिलने की तङप कभी पूरी ना हो,
हर पल तरसूं तुझे पाने को
पर ये तुझे पाने की आस कभी पूरी ना हो,
यदि यूं ही हो मेरे साथ , हर पल करूं तुझे याद
तो फिर तेरे मेरे बीच में कोई दूरी ना हो,
इस जीवन की सार्थकता फिर अधूरी ना हो !!!!
जय सांई राम !!!