Thursday, April 23, 2009

मेरा हाथ पकङना सांई~~~

ॐ सांई राम!!!

मेरा हाथ पकङना सांई~~~

जब गिर के मुश्किल हो संभलना सांई,
मेरा हाथ पकङना सांई~
जब आँसू भूल जाए सूखना,
तब,मेरा हाथ पकङना सांई~~~

जब टूट जाए मेरी सब आशा,
जब चारों और हो घोर निराशा,
जब सागर के पास हो कर भी,
मन हो मेरा प्यासा का प्यासा,
तब,मेरा हाथ पकङना सांई~~~

जब कोई न हो मेरा अपना,
जब जग झुठा सपना,
जब उदासी भरा हो मन मेरा,
और भूल जाये वो हसनाँ,
तब,मेरा हाथ पकङना सांई~~~

जब कोई अपना छूट जाये,
जब कोई सपना टूट जाये,
जब किसी से कोई आस न हो,
जब किसी पर विश्वास न हो,
तब,मेरा हाथ पकङना सांई~~~

जब चारों और अंधेरा हो,
जब दिखता न कहीं सवेरा हो,
जब बोल न मैं कुछ पाऊँ,
और मन ही मन घबराऊँ,
तब,मेरा हाथ पकङना सांई~~~

~सांई सुधा

जय सांई राम!!!
OM SRI SAI NATHAYA NAMAH. Dear Visitor, Please Join our Forum and be a part of Sai Family to share your experiences & Sai Leelas with the whole world. JAI SAI RAM

Visit Our Spiritual Forum & Join the Ever growing Sai Family !
http://www.sai-ka-aangan.org/

Member of Sai Web Directory

Sai Wallpapers
Powered by WebRing.