ॐ सांई राम!!!
दिल में बस तूँ है सांई~~~
जब से बस गया है तूँ इस दिल में सांई,
मेरी ज़िन्दगी में आ गया है रस सांई~
कितना भी आज़माना है आज़मा सांई,
मेरा तेरे सिवा कोई न दूसरा जहान सांई,
कभी तो तेरी भी आँखे जायेगी बरस सांई,
मेरी ज़िन्दगी..............
तेरी मौहब्ब्त में झूम के देखा सांई,
तेरी लगन में घूम के भी देखा सांई,
सभी जिसमें डूबने को तरसे सांई,
मेरी ज़िन्दगी..............
ऐसा छाया है मुझ पर तेरा सरूर सांई,
तुझ तक जाएगी मेरी पुकार भी जरूर सांई,
और कितने जायेगे बीत ऐसे ही बरस सांई,
मेरी ज़िन्दगी..............
तेरी दया का देखा न कोई पार सांई,
तेरा मुझ पे है बङा उपकार सांई,
मेरी ज़िन्दगी में अब तेरी ही तङप सांई,
मेरी ज़िन्दगी..............
~सांई सुधा
जय सांई राम!!!