है तू ही...
है तू ही आज, है तू ही कल
है तू ही तब, है तू ही अब
है तू ही चंदा, है तू ही सूरज
है तू ही दिन, है तू ही रात
है तू ही सुबह, है तू ही शाम
है तू ही फूल, है तू ही माली
है तू ही पेड़, है तू ही छाया
है तू ही आग, है तू ही जल
है तू ही जीवन, है तू ही पल
है तू ही निर्गुण, है तू ही सगुण
है तू ही यहाँ, है तू ही वहां
है तू ही आकाश, है तू ही पाताल
है तू ही सुर, है तू ही ताल
है तू ही सरगम, है तू ही सदा
है तू ही सत्यम्, है तू ही शिवम्
है तू ही राम, है तू ही रहीम,
है तू ही गोपाल, है तू ही गुरु
है तू ही साईं, है तू ही ईसा
है तू ही गंगा, है तू ही यमुना
है तू ही किताब, है तू ही कलम
है तू ही कविता, है तू ही कवि
~Sai Preet