ॐ साईं राम
हिंदु भी खडे हैं और
मुसलमान खडे हैं
निर्धन भी खडे हैं
और धनवान खडे हैं
साईं तेरे दर पे
सब ही आन पडे हैं॰॰॰॰॰॰॰॰॰
फैलाए खडे हैं कोई तो
झोलियाँ अपनी
कोई लुटाने को
दिल और जान खडे हैं
फरमान तेरा सुनने को
चले आए हैं कई
कहने को कोई अपनी
दास्तान खडे हैं
सीने में हूक, आँखों में
पानी है कईयों के
अधरों पे लिए कई तो
मुस्कान खडे हैं
थैलियाँ ले आए हैं
कई सोने चाँदी की
कोई लिए दिल में
बस तूफान खडे हैं
झुके खडे हैं कई
तेरी रहमतों तले
कोई तुझपे करने को
अहसान खडे हैं
दुनिया की ठोकरों से
बेजान से हैं कई
करने को तेरा सजदा
कई इँसान खडे हैं
पँक्ति में खडे हैं
जो हैं आम आदमी
पर आगे आगे खास
कुछ मेहमान खडे हैं
जय साईं राम
हिंदु भी खडे हैं और
मुसलमान खडे हैं
निर्धन भी खडे हैं
और धनवान खडे हैं
साईं तेरे दर पे
सब ही आन पडे हैं॰॰॰॰॰॰॰॰॰
फैलाए खडे हैं कोई तो
झोलियाँ अपनी
कोई लुटाने को
दिल और जान खडे हैं
फरमान तेरा सुनने को
चले आए हैं कई
कहने को कोई अपनी
दास्तान खडे हैं
सीने में हूक, आँखों में
पानी है कईयों के
अधरों पे लिए कई तो
मुस्कान खडे हैं
थैलियाँ ले आए हैं
कई सोने चाँदी की
कोई लिए दिल में
बस तूफान खडे हैं
झुके खडे हैं कई
तेरी रहमतों तले
कोई तुझपे करने को
अहसान खडे हैं
दुनिया की ठोकरों से
बेजान से हैं कई
करने को तेरा सजदा
कई इँसान खडे हैं
पँक्ति में खडे हैं
जो हैं आम आदमी
पर आगे आगे खास
कुछ मेहमान खडे हैं
जय साईं राम