ॐ साईं राम
शुक्रिया साईं
मेरी हर माँग को पूरा करने के लिऐ
मैंने वक्त, बेवक्त
जायज़, नाजायज़
सँभव, असँभव
तिनका, पहाड
चीज़ या रिश्ता
यहाँ तक कि
देश और जहान
जो भी माँगा है तुमसे
जैसे भी
अड कर,
ज़िद कर
हक से
रो कर
पैर पटक कर
मान मनुहार से
रिश्वत का लालच दे कर
और ना जाने
किस किस चीज़ का वास्ता दे कर
तुमने हमेशा ही दिया है॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰
कैसे साईं कैसे?॰॰॰॰॰॰॰
मेरे दिल की धडकन तक तुम सुन लेते हो
कैसे काँटों में से फूल फूल मेरे लिए चुन लेते हो
कैसे तुम्हें पहले से पता होता है कि
मैं जीवन के कौन से रास्तों से गुज़रने वाली हूँ
तुम पहले से सब बाधाऐं दूर कर देते हो
सच तो ये है कि
अब मैं स्तब्ध भी नहीं होती
क्योंकि॰॰॰॰॰॰
जब भी मेरे सामने कोई मुश्किल आ खडी होती है
मैं जानती हूँ कि उसके पीछे तुम खडे ही हो॰॰॰॰॰॰॰
धक्का दे कर परे कर ही दोगे उसे॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया साईं॰॰॰॰॰॰॰॰॰
मेरे मन में इस विश्वास को जगाने के लिए॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया मेरे विश्वास पर दौडे आने के लिए॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया मेरे मालिक॰॰॰॰॰॰॰
जय साईं राम
शुक्रिया साईं
मेरी हर माँग को पूरा करने के लिऐ
मैंने वक्त, बेवक्त
जायज़, नाजायज़
सँभव, असँभव
तिनका, पहाड
चीज़ या रिश्ता
यहाँ तक कि
देश और जहान
जो भी माँगा है तुमसे
जैसे भी
अड कर,
ज़िद कर
हक से
रो कर
पैर पटक कर
मान मनुहार से
रिश्वत का लालच दे कर
और ना जाने
किस किस चीज़ का वास्ता दे कर
तुमने हमेशा ही दिया है॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰
कैसे साईं कैसे?॰॰॰॰॰॰॰
मेरे दिल की धडकन तक तुम सुन लेते हो
कैसे काँटों में से फूल फूल मेरे लिए चुन लेते हो
कैसे तुम्हें पहले से पता होता है कि
मैं जीवन के कौन से रास्तों से गुज़रने वाली हूँ
तुम पहले से सब बाधाऐं दूर कर देते हो
सच तो ये है कि
अब मैं स्तब्ध भी नहीं होती
क्योंकि॰॰॰॰॰॰
जब भी मेरे सामने कोई मुश्किल आ खडी होती है
मैं जानती हूँ कि उसके पीछे तुम खडे ही हो॰॰॰॰॰॰॰
धक्का दे कर परे कर ही दोगे उसे॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया साईं॰॰॰॰॰॰॰॰॰
मेरे मन में इस विश्वास को जगाने के लिए॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया मेरे विश्वास पर दौडे आने के लिए॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰
शुक्रिया मेरे मालिक॰॰॰॰॰॰॰
जय साईं राम