ॐ सांई राम!!!
रब्बा मेरे हाल दा मेहरम तू रहीओ ,
अन्दर तू है बाहर तू है ,
रोम रोम विच तू ,
तू है ताना , तू है बाना ,
सब कुछ मेरा तू...
कहे हुसैन फ़कीर निमाणा ...
मैं नही सब तू...
मेरे बाबा मेरे सांई मेरे मालिक मेरे मौला....
{मेहरम} Mehram means those people who are very near to you with...
जय सांई राम!!!