ॐ साईं राम!!!
पल पल खैर मनाते थे जिनकी ,
हर पल दुवाएं कर कर थक गए हम ,
वो समझते रहे मेरी हर दुआ को बददुआ ,
ये सूना तो गश खा कर गिर गए हम ,
रो रो कर समझाते रहे उन्हें ,
पर बस रो रो कर ही रह गए हम ,
यहाँ फेर था सारा समझ का यारों ,
जिन्हें हम समझते थे दिलों जान अपनी ,
उन्ही के लिए सब से बड़े गैर थे हम........
जय साईं राम!!!
पल पल खैर मनाते थे जिनकी ,
हर पल दुवाएं कर कर थक गए हम ,
वो समझते रहे मेरी हर दुआ को बददुआ ,
ये सूना तो गश खा कर गिर गए हम ,
रो रो कर समझाते रहे उन्हें ,
पर बस रो रो कर ही रह गए हम ,
यहाँ फेर था सारा समझ का यारों ,
जिन्हें हम समझते थे दिलों जान अपनी ,
उन्ही के लिए सब से बड़े गैर थे हम........
जय साईं राम!!!