ॐ सांई राम!!!
सांई चरणों में तेरे जगह चाहती हूँ~
जानूं सांई मैं, दिल में रहने के काबिल नहीं मैं~
अपने किये पर शर्मिदां हूँ मैं~
अपने पापों से घबराती हूँ मैं~
चरण धूल भी जो मिल जाए तेरी~
तो मेरी किस्मत संवर जाएगी~
पाप सभी धुल जाएगे मेरे~
जीवन सार्थक होगा मेरा~
है विश्वास यही बस मेरा !!!
सांई चरणों में तेरे जगह चाहती हूँ~~~
जय सांई राम!!!
सांई चरणों में तेरे जगह चाहती हूँ~
जानूं सांई मैं, दिल में रहने के काबिल नहीं मैं~
अपने किये पर शर्मिदां हूँ मैं~
अपने पापों से घबराती हूँ मैं~
चरण धूल भी जो मिल जाए तेरी~
तो मेरी किस्मत संवर जाएगी~
पाप सभी धुल जाएगे मेरे~
जीवन सार्थक होगा मेरा~
है विश्वास यही बस मेरा !!!
सांई चरणों में तेरे जगह चाहती हूँ~~~
जय सांई राम!!!