ॐ साईं राम!!!
सारी गालियाँ हो गयी दुआएं मेरे लिए~
पहले कभी इस राज को मैंने समझा न था~
ये सच है मेरे दिल ने उसे रोज़ देखा~
पर मेरी आँखों ने कभी उसे न देखा था~
जितने थे रंग सारे उड़ गए~
मुझे खबर न लगी~
शायद मेरे दिल का वर्क इतना पक्का न था~
कुछ यूँ हुआ आप " मैं "
सच्चाई टकरा गई~
वरना धरती पर सभी सच्चे थे...
कोई झूठा न था........
जय साईं राम!!!
सारी गालियाँ हो गयी दुआएं मेरे लिए~
पहले कभी इस राज को मैंने समझा न था~
ये सच है मेरे दिल ने उसे रोज़ देखा~
पर मेरी आँखों ने कभी उसे न देखा था~
जितने थे रंग सारे उड़ गए~
मुझे खबर न लगी~
शायद मेरे दिल का वर्क इतना पक्का न था~
कुछ यूँ हुआ आप " मैं "
सच्चाई टकरा गई~
वरना धरती पर सभी सच्चे थे...
कोई झूठा न था........
जय साईं राम!!!