ॐ सांई राम ~~~
मेरे मन दिल किसी का ना दुखा,
भले ही ऱब को तू मना ना मना,
न जा मंदिर , न दीपक जला ,
पर किसी को यूं ही न सता ,
आंसू कही जो तेरे कारण बहे ,
न सोच कि तू बच जाए गा ,
ये आंसू नहीं दरिया है पाप के,
जिसमें तू गोते खाएगा ,
छटपटाएगा , चिल्लाएगा ,
पर कोई ना बचाएगा ,
तेरी करनी क्या रंग लाए ,
ये तो ऱब ही तुझे बताएगा~~
जय सांई राम ~~~
मेरे मन दिल किसी का ना दुखा,
भले ही ऱब को तू मना ना मना,
न जा मंदिर , न दीपक जला ,
पर किसी को यूं ही न सता ,
आंसू कही जो तेरे कारण बहे ,
न सोच कि तू बच जाए गा ,
ये आंसू नहीं दरिया है पाप के,
जिसमें तू गोते खाएगा ,
छटपटाएगा , चिल्लाएगा ,
पर कोई ना बचाएगा ,
तेरी करनी क्या रंग लाए ,
ये तो ऱब ही तुझे बताएगा~~
जय सांई राम ~~~