ॐ साईं राम!!!
कौन कहता है इस दर से कुछ नहीं मिलता ~
देख उसकी झोली में छेद तो नहीं कोई~
रहमतें हर पल बरसती हैं यहाँ~
इक पल को भी रुकती नहीं~
इस दर से मिलता हैं सबको, सब कुछ~
यहाँ से कोई खाली झोली जाता नहीं~~
जय साईं राम!!!
कौन कहता है इस दर से कुछ नहीं मिलता ~
देख उसकी झोली में छेद तो नहीं कोई~
रहमतें हर पल बरसती हैं यहाँ~
इक पल को भी रुकती नहीं~
इस दर से मिलता हैं सबको, सब कुछ~
यहाँ से कोई खाली झोली जाता नहीं~~
जय साईं राम!!!