ॐ सांई राम~~~
निकले थे घर से सुख की तलाश में,
मायूसियां और उदासी राह में खङे थे और साथ हो लिए,
मैने पूछा अरे कौन हो तुम,
वो बोले बङे रोब से जिस तलाश में तुम हो,
उसी की भाई-बहन है हम,मायूसियां और उदासी हमारा है नाम,
तूं है जिसकी तलाश में वो हमारे है साथ,
यदि चाहते हो सुख को पाना तो पहले हमें अपना,
फिर सुख देंगे हम तुझे यही हमारी राह,
तूं हमे साथ ले न ले हमें तो साथ चलना है,
हम कोई सज़ा नहीं उस दाता की ही रज़ा~~~
जय सांई राम!!!
निकले थे घर से सुख की तलाश में,
मायूसियां और उदासी राह में खङे थे और साथ हो लिए,
मैने पूछा अरे कौन हो तुम,
वो बोले बङे रोब से जिस तलाश में तुम हो,
उसी की भाई-बहन है हम,मायूसियां और उदासी हमारा है नाम,
तूं है जिसकी तलाश में वो हमारे है साथ,
यदि चाहते हो सुख को पाना तो पहले हमें अपना,
फिर सुख देंगे हम तुझे यही हमारी राह,
तूं हमे साथ ले न ले हमें तो साथ चलना है,
हम कोई सज़ा नहीं उस दाता की ही रज़ा~~~
जय सांई राम!!!